लोन क्या है इसके प्रकार और लोन कैसे ले (Loan In Hindi)

Loan Kya Hai In Hindi: आपने कभी न कभी लोन के बारे में जरुर सुना होगा पर क्या आप जानते हैं Loan क्या है, लोन कितने प्रकार के होते हैं, लोन कैसे लेते हैं और लोन लेने के फायदे नुकसान क्या हो सकते हैं. यदि नहीं तो इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें इसमें हमने आपको लोन के विषय में पूरी जानकारी प्रदान की है.

हमारे देश भारत में अधिकतर लोग मध्यमवर्गीय परिवारों से संबंध रखते हैं, जिससे कि उनके पास किसी काम को करने के लिए जैसे घर बनाना, कार खरीदना, बच्चों को उच्च शिक्षा दिलवाना, अपना व्यवसाय शुरू करना इत्यादि के लिए पर्याप्त पैसे नहीं होते हैं. इसलिए पैसों की जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें जरुरत होती है लोन की.

लोन लेने के लिए लोग बैंक या अनेक वित्तीय संस्थाओं, जिन्हें कि ऋणदाता कहते हैं, के पास जाते हैं और वहां अपनी आवश्यकतानुसार विभिन्न प्रकार के लोन के लिए आवेदन करते हैं. प्रत्येक ऋणदाता की लोन देने के अपनी कुछ नियम और शर्तें होती हैं, जिसके आधार पर वे लोन प्रदान करवाते हैं.

लोन के बारे में पुरे विस्तार से जानने के लिए आपको यह लेख पूरा पढना होगा, तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को, और जानते हैं लोन क्या है हिंदी में.

लोन क्या है इसके प्रकार और लोन कैसे ले (Loan In Hindi)

लोन क्या है (What is Loan in Hindi)

जब कोई व्यक्ति अपनी आवश्यकताओं या जरूरतों के लिए बैंक या किसी वित्तीय संस्थाओं से पैसे उधार लेता है तो उसे लोन या ऋण कहा जाता है. उधारकर्ता को लोन की राशि एक निश्चित समय अवधि में ब्याज सहित ऋणदाता को वापस चुकानी होती है.

लोन लेने के अनेक सारे कारण हो सकते हैं, जैसे कि घर बनाना, गाड़ी खरीदना, बच्चों की शिक्षा, व्यवसाय के लिए, अपने निजी खर्चे आदि कारणों से कोई भी व्यक्ति लोन लेता है.

लोन में इस्तेमाल होने वाले कुछ टर्म

  • Principle Amount (प्रधान राशि) – लोन में जो राशि उधार ली जाती है उसे Principle Amount कहते हैं.
  • Rate of Interest (ब्याज दर) – लोन लेने के लिए शुल्क के रूप में भुगतान की जाने वाली दर को ब्याज दर कहते हैं.
  • Tenure (समय अवधि) – प्रत्येक लोन को चुकाने के लिए एक निश्चित समय अवधि निर्धारित की जाती है, इसे ही Tenure कहते हैं.
  • ऋणदाता – लोन प्रदान करवाने वाले को ऋणदाता कहा जाता है, अधिकतर बैंक और वित्तीय संस्था ऋणदाता होती हैं.
  • उधारकर्ता –  जो व्यक्ति लोन लेता है उसे उधारकर्ता करते हैं.

लोन के प्रकार (Types of Loan in Hindi)

अलग – अलग प्रकार के कार्यों के लिए लोन भी अलग – अलग प्रकार के होते हैं. जिसमें से प्रमुख 6  प्रकार के लोन के बारे में हमने आपको नीचे बताया है.

  • Personal Loan
  • Home Loan
  • Education Loan
  • Car Loan
  • Gold Loan
  • Business Loan

आइये अब इनके बारे में भी जान लेते हैं.

1 – Personal Loan (निजी ऋण)

जब कोई व्यक्ति अपने निजी कार्यों को पूरा करने के लिए बैंक या किसी वित्तीय संसथान से लोन लेता है तो इस प्रकार के लोन को पर्सनल लोन कहते हैं. पर्सनल लोन अधिकतर Short term के लिए दिए जाते हैं. पर्सनल लोन असुरक्षित लोन के अंतर्गत आते हैं इसलिए इनमें ब्याज दरें भी अधिक होती है. पर्सनल लोन को आप कही घुमने के लिए, घर के निजी कार्यों के लिए, शादी – विवाह के मौकों के लिए ले सकते हैं.

2 – Home Loan (गृह ऋण)

जब कोई व्यक्ति अपना घर बनाने के लिए बैंक से लोन लेता है तो उसे Home Loan कहते हैं. होम लोन अधिकतर Long Term के लिए दिए जाते हैं . होम लोन सुरक्षित ऋण के अंतर्गत आते हैं इसलिए आप अधिक मात्रा में धनराशि होम लोन के लिए प्राप्त कर सकते हैं. होम लोन में ब्याज दरें भी कम होती हैं.

3 – Education Loan (शिक्षा ऋण)

जब कोई माता – पिता अपने बच्चों को कोई विशेष कोर्स करवाने के लिए लोन लेते हैं तो उसे Education Loan कहते हैं. लगभग सभी बैंक अपने ग्राहकों को एजुकेशन लोन प्रदान करवाते हैं. एजुकेशन लोन को तब चुकाना होता है जब बच्चा कोर्स पूरा करके नौकरी पर लग जाता है.

Education Loan भी असुरक्षित लोन के अंतर्गत आते हैं, इसलिए एजुकेशन लोन लेने के लिए एक गारेंटर की आवश्यकता होती है. गारेंटर बच्चे के माता – पिता या कोई रिश्तेदार हो सकते हैं.

4 – Car Loan (कार लोन)

जब कोई व्यक्ति अपनी गाड़ी खरीदने के लिए बैंक से लोन लेता है तो इस प्रकार के लोन को कार लोन कहा जाता है. कार लोन भी सुरक्षित लोन के अंतर्गत आते हैं.

5 – Gold Loan (गोल्ड लोन)

जब कोई व्यक्ति अपने सोने के आभूषणों को ऋणदाता के पास गिरवी रखकर लोन लेता है तो इस प्रकार के लोन को Gold Loan कहा जाता है. ऋणदाता तक तक आभूषणों को गिरवी रखता है, जब तक उधारकर्ता लोन की राशि को वापस न चुका दें. अधिक मात्रा में लोन प्राप्त करने के लिए Gold Loan एक अच्छा विकल्प है.

6 – Business Loan (व्यवसाय ऋण)

जब कोई व्यक्ति अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए या फिर अपने व्यवसाय को सुचारू रूप से चलाने के लिए बैंक या वित्तीय संस्थान से लोन लेता है तो उसे Business Loan कहते हैं. भारत सरकार की अनेक स्कीम हैं जिसके द्वारा जरूरतमंद लोग अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए बैंक से लोन ले सकते हैं. जैसे कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना.

समय अवधि के आधार पर लोन के प्रकार

समय अवधि (Time Period) के आधार पर लोन मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं –

1 – Short Term Loan – Short Term Loan में पैसे चुकाने के लिए tenure 1 साल या इससे कम का होता है. अधिकतर अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन Short term के लिए ही दिए जाते हैं. 

2 – Medium Term Loan – इस प्रकार के लोन में पैसे चुकाने के लिए tenure 1 साल से लेकर 3 साल के लिए होता है. सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड लोन दोनों ही Medium Term के लिए दिए जाते हैं.

3 – Long Term Loan – इस प्रकार के लोन में पैसे चुकाने के लिए tenure 3 साल या इससे भी अधिक होता है. केवल सिक्योर्ड लोन ही Long term के लिए दिए जाते हैं.

सिक्योर्ड लोन और अनसिक्योर्ड लोन क्या होता है? 

जब भी आप लोन के लिए आवेदन करते हैं तो उससे पहले आपको सिक्योर्ड लोन और अनसिक्योर्ड लोन के बारे में भी पता होना चाहिए.

1 – सुरक्षित ऋण (Secured Loan)

सिक्योर्ड लोन ऐसे लोन होते हैं जो किसी सम्पति के द्वारा सुरक्षित रहते हैं. इस प्रकार के लोन लेने में आपको अपनी किसी सम्पति को Collateral के रूप में ऋणदाता के पास गिरवी रखना पड़ता है. ऋणदाता उस सम्पति को तब तक अपने पास रखता है जब तक कि लोन की पूरी राशि ब्याज सहित न चूका दें.

अगर आपको अधिक मात्रा में लोन की जरुरत है तो सिक्योर्ड लोन सबसे अच्छा विकल्प होता है. इस प्रकार के लोन में आप ऋणदाता को आश्वाशन देते हैं कि आपका लोन चूका दिया जाएगा.

अगर किसी स्थिति में उधारकर्ता लोन की राशि को वापस नहीं चुका पाता है तो ऋणदाता गिरवी रखी सम्पति को बेचकर लोन की राशि की चुकौती कर सकता है. Home Loan, Car Loan आदि सिक्योर्ड लोन के अंतर्गत ही आते हैं.

2 – असुरक्षित ऋण (Unsecured Loan)

अनसिक्योर्ड लोन या असुरक्षित ऋण बिल्कुल विपरीत होते हैं सिक्योर्ड लोन के. इस प्रकार के लोन में आपको ऋणदाता के पास अपनी कोई समाप्ति गिरवी नहीं रखनी पड़ती है. इस प्रकार के लोन देने में ऋणदाता को जोखिम रहता है. ऋणदाता असुरक्षित ऋण को उधारकर्ता के चरित्र, क्षमता, पूंजी, सम्पति और कुछ शर्तों के आधार पर देते हैं. पर्सनल लोन, एजुकेशन लोन आदि अनसिक्योर्ड लोन के अंतर्गत आते हैं.

लोन कैसे लेते हैं (Loan Kaise Le)

पर्सनल, होम और अन्य लोन लेने के दो तरीके हैं – ऑफलाइन और ऑनलाइन. आप दोनों प्रकार से लोन ले सकते हैं.

ऑफलाइन लोन लोन लेने का तरीका

ऑफलाइन तरीके से लोन लेने के लिए आपको लोन प्रदान करने वाले बैंकों या वित्तीय संस्थाओं के पास जाना पड़ता है, और लोन एप्लीकेशन को Fill करना होता है और लोन प्रदाता के नियमों और शर्तों को Accept करना होता है. और अगर आप Eligible पाए जाते हैं तो आपको लोन एप्लीकेशन को स्वीकार कर लिया जाता है और लोन की राशि आपके बैंक अकाउंट में डाल दी जाती है.

ऑनलाइन लोन लेने का तरीका

ऑनलाइन तरीके में आप घर बैठे लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं, इसके लिए आपको बैंकों या वित्तीय संस्थाओं के लोन एप्लीकेशन को डाउनलोड करना होता है और ऑनलाइन लोन एप्लीकेशन Submit करनी होती है. अगर आप लोन के लिए Eligible पाए जाते हैं तो लोन की राशि तुरंत ही आपके बैंक खाते में डाल दी जाती है.

लोन लेने के फायदे (Advantage of Loan in Hindi)

लोन लेने के अनेक सारे फायदे होते हैं जैसे कि –

  • आप अपनी जरुरत के अनुसार पैसों की प्राप्ति कर सकते हैं.
  • अगर आप लोन के लिए योग्य पाए जाते हैं तो 24 से 48 घंटों के अन्दर लोन की राशि आपके बैंक खाते में ट्रान्सफर कर दी जाती है.
  • लोन लेने में आपको Flexibility मिलती है, आप अपनी कमाई के आधार पर अपना tenure तय कर सकते हैं.
  • अप अपनी आवश्यकतानुसार विभिन्न प्रकार के लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं.
  • लोन लेने से आप अपनी आर्थिक स्थिति में सुधर कर सकते हैं.

लोन लेने के नुकसान (Disadvantage of Loan in Hindi)

लोन लेने के नुकसानों के बारे में नीचे बताया गया है –

  • लोन को वापस चुकाने के लिए आपको अतिरिक्त शुल्क ब्याज के रूप में देना होता है.
  • समय पर लोन की राशि न चुका पाने पर आपकी संपत्ति को जोखिम हो सकता है.
  • तय समय के अन्दर लोन की EMI न चुकाने पर आपको अतिरिक्त फाइन देना पड़ता है.
  • पर्सनल लोन में ब्याज दर अधिक होती है.  
  • लोन लेने के दौरान उधारकर्ता को अनेक प्रकार के शुल्क भी देने होते हैं जैसे प्रोसेसिंग फीस, सर्विस फीस आदि.

लोन से सम्बंधित सामान्य प्रश्न

लॉन्ग टर्म लोन क्या होता है?

ऐसा लोन जिसे वापस करने के लिए 3 साल या इससे अधिक का समय होता है use long term loan कहते हैं.

टेन्योर क्या होता है?

किसी भी लोन को वापस करने की एक निश्चित समय अवधि होती है जिसे कि Tenure कहा जाता है.

पर्सनल लोन क्या है?

जब कोई व्यक्ति अपने निजी कार्यों को करने के लिए बैंक या वित्तीय संस्थाओं से लोन लेता है तो उसे पर्सनल लोन कहते हैं.

मोबाइल से लोन कैसे लेते हैं?

आप बैंक या वित्तीय संस्थाओं की मोबाइल एप्लीकेशन के द्वारा ऑनलाइन मोबाइल से लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं और लोन आवेदन Approve होने पर तुरंत लोन प्राप्त कर सकते हैं.

आपने सीखा: लोन क्या है पूरी जानकारी हिंदी में

लेख को पढने के बाद आपको लोन के बारे में बेसिक जानकारी मिल गयी होगी. आपको तभी लोन लेना चाहिए जब बहुत आवश्यक हो. अगर आप लोन लेने का मन बना ही चुके हैं तो लोन लेने से पहले आपको अपनी वित्तीय स्थिति, मासिक आय और क्षमता का भी जरुर आंकलन कर लेना चाहिए. जिससे कि लोन चुकाने में आपको अधिक वित्तीय समस्याओं का सामना न करना पड़ें.

उम्मीद करते हैं आपको यह लेख Loan Kya Hai In Hindi पसंद आया होगा, अगर आप लेख से सम्बन्धित सुझाव हमें देना चाहते हैं तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर दे सकते हैं, और लेख को सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें.

2 thoughts on “लोन क्या है इसके प्रकार और लोन कैसे ले (Loan In Hindi)”

  1. बहुत ही अच्छा आर्टिकल लिखा है सर आपने,आपके आर्टिलक पढ़ कर हमें भी काफी कुछ जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिला।इसके लिए आपका आभार!
    bharattalk.in

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